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तीन प्रेम कविताएं/ नीरज दइया
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1.
पारस पत्थर है प्रेम
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पारस पत्थर है प्रेम
वह नहीं मिलता उसे
जो खोजता है....
इस संसार में
है हर किसी के पास-
पारस पत्थर....
वह दिया नहीं जा ...
2 हफ़्ते पहले
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